Baat Mukkadar Par Aa Ruki
बात मुक्कदर पर आ रुकी है "वर्ना"
कोई कसर नहीं छोड़ी थी तुझे प्यार करने में .
Baat Mukkadar Par Aa Ruki Warna.
Koi Kasar Nahi Chhodi Thi Tujhe Pyar Karane Ki..
Related posts
चाँद पर बनी शायरी का संग्रह - Collection OF Chaand Shyari चाँद पर बनी शायरी का संग्रह मुझ को मालूम है महबूब-परस्त...
कोई टिप्पणी नहीं: