आईना देख के बोले ये संवरने वाले - आशा भोसले - जगजीत सिंह - निदा फ़ाज़ली - ग़ज़ल लिरिक्स
Aaina dekh ke bole ye sanwarne wale, Asha Bhosle, Jagjit Singh - Nida Fazli - Ghazal -Lyrics
Album -: Dil Kahin Hosh KahinLyricist -: Nida Fazli
Singer -: Asha Bhosle, Jagjit Singh
आईना देख के बोले ये संवरने वाले
अब तो बेमौत मरेंगे मेरे मरने वाले.
देख के तुमको होश में आना भूल गए
याद रहे तुम और ज़माना भूल गए
जब सामने तुम आ जाते हो
क्या जानिये क्या हो जाता है
कुछ मिल जाता है कुछ खो जाता है
क्या जानिये क्या हो जाता है
चाहा था ये कहेंगे सोचा था सोचा था वो कहेंगे
आए वो सामने तो कुछ भी ना कह सके
बस देखा किये उन्हें हम
देख कर तुझको यकीं होता है
कोई इतना भी हसीं होता है
देख पाते हैं कहां हम तुमको
दिल कहीं होश कहीं होता है.
आ कर चले न जाना ऐसे नहीं सताना
दे कर हँसी लबों को आँखों को मत रुलाना
देना न बेकरारी दिल का करार बनके
यादों में खो न जाना तुम इंतज़ार बन के
भूल कर तुमको न जी पाएंगे
साथ तुम होगी जहां जाएंगे
हम कोई वक़्त नहीं हैं हमदम
जब बुलाओगे चले आएंगे.
जब सामने तुम...
हां हां जब सामने तुम , आ जाते हो
क्या जानिये क्या हो जाता है
कुछ मिल जाता है , कुछ खो जाता है
क्या जानिये क्या हो जाता है.
कोई टिप्पणी नहीं: