Gulam Ali Ab Agar Aur Dua Do Gey To Mar Jaonga
Ab Agar Aur Dua Do Gey To Mar Jaonga
इतना टूटा हूँ के छूने से बिखर जाऊँगा
अब अगर और दुआ दोगे तो मर जाऊँगा
पूछकर मेरा पता वक्त रायदा न करो
मैं तो बंजारा हूँ क्या जाने किधर जाऊँगा
इतना टूटा हूँ के छूने से बिखर जाऊँगा
हर तरफ़ धुंध है, जुगनू है, न चराग कोई
कौन पहचानेगा बस्ती में अगर जाऊँगा
इतना टूटा हूँ के छूने से बिखर जाऊँगा
ज़िन्दगी मैं भी मुसाफिर हूँ तेरी कश्ती का
तू जहाँ मुझसे कहेगी मैं उतर जाऊँग
इतना टूटा हूँ के छूने से बिखर जाऊँगा
फूल रह जायेंगे गुलदानों में यादों की नज़र
मै तो खुशबु हूँ फिज़ाओं में बिखर जाऊँगा
इतना टूटा हूँ के छूने से बिखर जाऊँगा
इतना टूटा हूँ के छूने से बिखर जाऊँगा
Itna Toota Hoon Kay Chooney Sey Bikhar Jaonga
Ab Agar Aur Dua Do Gey To Mar Jaonga
Pooch kar mera pata, waqt rayegaa na karo
Main tu banjara hoon, kya janay kidhar jaonga!
Har taraf dhunnd hai, jugnu hai na chiraag koi
Kon pehchane ga, basti main agar jaonga
Zindagi mai bhi musafir hoon teri kashti ka
Tu jahan mujhse kahegi, utar jaonga
Phool reh jayenge guldaan mein yaadoon ki nazar
Main tu khushboo hoon, fizaon main bikhar jaonga
Lyrics By: मोईन नज़र
Performed By: गुलाम अली
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