Kya Bhala Hai Kya Bura Hai Kuch Nahi
Kya Bhala Hai Kya Bura Hai Kuch Nahi
अपना अपना रास्ता है कुछ नहीं
क्या भला है क्या बुरा है कुछ नहीं
जुस्तजू है इक मुसलसल जुस्तजू
क्या कहीं कुछ खो गया है कुछ नहीं
- जुस्तजू = तलाश, खोज
- मुसलसल = लगातार
मोहर मेरे नाम की हर शै पे है
मेरे घर में मेरा क्या है कुछ नहीं
- शै = वस्तु, पदार्थ, चीज़
कहने वाले अपनी अपनी कह गये
मुझ से पूछो कुछ सुना है कुछ नहीं
कोई दरवाज़े पे है तो क्या हुआ
आप से कुछ माँगता है कुछ नहीं
- अख़्तर नाज़मी
Apna Apna Rasta Hai Kuch Nahi
Kya Bhala Hai Kya Bura Hai Kuch Nahi
Justjoo Hai Ek Musalsal Justjoo
Kya Kahin Kuch Kho Gaya Hai Kuch Nahi
Mohar Mere Naam Ki Har Shai Pe Hai
Mere Ghar Me Mera Kya Hai Kuch Nahi
Kahne Wale Apni Apni Kah Gaye
Mujhse Poocho Kya Suna Hai Kuch Nahi
Koi Darwaze Pe Hai To Kya Huya
Aap Se Kuch Mangta Hai Kuch Nahi
⦁ Akhtar Nazmi
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