लोकप्रिय आँखों पर बनी शायरी का संग्रह - Collection Of Aankhon Shayari In Hindi
लोकप्रिय 20 आँखों पर बनी शायरी का संग्रह
लोकप्रिय 20 आँखों पर बनी शायरी का संग्रह |
Best 20 Aankhon Par Shayari In Hindi
1= ज़ेब ग़ौरी
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टूटती रहती है कच्चे धागे सी नींद आँखों को ठंडक ख़्वाबों को गिरानी दे. |
2= बशीर बद्र
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किसी ने चूम के आँखों को ये दुआ दी थी ज़मीन तेरी ख़ुदा मोतियों से नम कर दे.. |
3= रसा चुग़ताई
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उन झील सी गहरी आँखों में इक लहर सी हर दम रहती है.. |
4= नसीर अहमद नासिर
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अभी वो आँख भी सोई नहीं है अभी वो ख़्वाब भी जागा हुआ है.. |
5= बशीर बद्र
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कभी कभी तो छलक पड़ती हैं यूँही आँखें उदास होने का कोई सबब नहीं होता.. |
6= अख़्तर शीरानी
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उन रस भरी आँखों में हया खेल रही है दो ज़हर के प्यालों में क़ज़ा खेल रही है.. |
7= मुनव्वर राना
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एक आँसू भी हुकूमत के लिए ख़तरा है तुम ने देखा नहीं आँखों का समुंदर होना.. |
8= जिगर मुरादाबादी
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कभी उन मद-भरी आँखों से पिया था इक जाम आज तक होश नहीं होश नहीं होश नहीं.. |
9= बेताब अज़ीमाबादी
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असर न पूछिए साक़ी की मस्त आँखों का ये देखिए कि कोई होश्यार बाक़ी है.. |
10= जलील मानिकपूरी
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आँखें ख़ुदा ने दी हैं तो देखेंगे हुस्न-ए-यार कब तक नक़ाब रुख़ से उठाई न जाएगी.. |
11= हफ़ीज़ जालंधरी
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आँख कम-बख़्त से उस बज़्म में आँसू न रुका एक क़तरे ने डुबोया मुझे दरिया हो कर.. |
12= जलील मानिकपूरी
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आँखें साक़ी की जब से देखी हैं हम से दो घूँट पी नहीं जाती.. |
13= ख़्वाजा मीर 'दर्द'
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जान से हो गए बदन ख़ाली जिस तरफ़ तू ने आँख भर देखा.. |
14= जलील मानिकपूरी
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आँख रहज़न नहीं तो फिर क्या है लूट लेती है क़ाफ़िला दिल का.. |
15= अब्बास ताबिश
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आँखों तक आ सकी न कभी आँसुओं की लहर ये क़ाफ़िला भी नक़्ल-ए-मकानी में खो गया.. |
16= जलील मानिकपूरी
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आँखें बता रही हैं कि जागे हो रात को इन साग़रों में बू-ए-शराब-ए-विसाल है.. |
17= मुसव्विर सब्ज़वारी
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किसी को क़िस्सा-ए-पाकी-ए-चश्म याद नहीं ये आँखें कौन सी बरसात में नहाई थीं.. |
18= बशीर बद्र
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उस की आँखों को ग़ौर से देखो मंदिरों में चराग़ जलते हैं.. |
1= आदिल मंसूरी
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ज़रा देर बैठे थे तन्हाई में तिरी याद आँखें दुखाने लगी.. |
20= इक़बाल सफी पूरी
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कोई समझाए कि क्या रंग है मयख़ाने का आँख साक़ी की उठे नाम हो पैमाने का.. |
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