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मत मारो भ्रूण में बेटी को |
मत मारो भ्रूण में बेटी को
आंनद का सौगात ले कर आएगी,
दुनिया में उनको आने दो
नाम तुम्हारा ही रोशन कर जाएँगी
करुण पुकार इनकी सुन लो
ईशकृपा का रूप बन कर छाएगी .
तुम्हारा अंश ले कर आएगी
दरीचों के बीच से भरमायेगी .
खुशिया रक्स घर में करेगी,
बेटियां जब दर पे मुस्कायेंगी .
गलिय खुशबूं से भर जाएँगी
बेटियां जहा से गुज़र जाएँगी.
मत मारो भ्रूण में बेटी को
आंनद का सौगात ले कर आएगी,
मन में घुंघरू बज जायेंगे ह्रदय का तार ये खनकायेगी
बदन के प्रत्येक रोम में , रूह के जैसे बस जाएँगी
दामन सपनीले चमन में, गुल सरीखी खिल जाएगी,
दुनिया में उसे आने दो
- पम्मी सडाना
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