लोकप्रिय इश्क़ पर बनी शायरी का संग्रह - Collection Of Ishq Shayari
लोकप्रिय इश्क़ पर बनी शायरी का संग्रह - Collection Of Ishq Shayari
लोकप्रिय इश्क़ पर बनी शायरी का संग्रह |
इश्क़ कर
के भी खुल नहीं पाया
तेरा मेरा
मुआमला क्या है
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अब्बास ताबिश
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इश्क़ ख़ुद
सिखाता है सारी हिकमतें 'आली'
नक़्द-ए-दिल
किसे देना बार-ए-सर कहाँ रखना
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जलील ’आली’
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इश्क़ के
शोले को भड़काओ कि कुछ रात कटे
दिल के
अंगारे को दहकाओ कि कुछ रात कटे
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मख़दूम मुहिउद्दीन
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इश्क़ जब
तक न कर चुके रुस्वा
आदमी काम
का नहीं होता
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जिगर मुरादाबादी
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इश्क़ इक 'मीर' भारी पत्थर है
कब ये तुझ
ना-तवाँ से उठता है
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मीर तक़ी मीर
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इलाही एक
ग़म-ए-रोज़गार क्या कम था
कि इश्क़
भेज दिया जान-ए-मुब्तला के लिए
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हफ़ीज़ जालंधरी
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इश्क़ अब
भी है वो महरम-ए-बे-गाना-नुमा
हुस्न यूँ
लाख छुपे लाख नुमायाँ हो जाए
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फ़िराक़ गोरखपुरी
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इश्क़ इक
ऐसी हवेली है कि जिस से बाहर
कोई दरवाज़ा
खुले और न दरीचा निकले
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अकरम नक़्क़ाश
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इश्क़ करता
है तो फिर इश्क़ की तौहीन न कर
या तो बेहोश
न हो हो तो न फिर होश में आ
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आनंद नारायण मुल्ला
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इक इश्क़
का ग़म आफ़त और उस पे ये दिल आफ़त
या ग़म
न दिया होता या दिल न दिया होता
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चराग़ हसन हसरत
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लोकप्रिय इश्क़ पर बनी शायरी का संग्रह - Collection Of Ishq Shayari
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